पुण्यातील गणेश कला क्रिडा रंगमंच येथे 30 जानेवारी रोजी एल्गार परिषद आयोजित करण्यात आली होती. या परिषदेला अनेक मान्यवरांसह विद्यार्थी नेता शरजील उस्मानीही सहभागी झाला होता. यावेळी शरजील उस्मानी याचं भाषण झालं. या भाषणावरून वाद निर्माण झाला आहे. याप्रकरणी पोलिसांनी गुन्हा दाखल केला असून, पुढील तपासही पोलिसांकडून सुरू आहे. दरम्यान, शरजील उस्मानी काय म्हणाला, याविषयी बरीच चर्चा रंगली आहे.

शरजीलने केलेलं भाषण…

आज का हिन्दू समाज, हिंदुस्तान में हिंदू समाज  बुरी तरीके से सड़ चुका है। 14 साल के हासिफ जुनैद को  चलतीं ट्रेन मे एक भीड 31 बार चाकू मारकर कत्तल कर देती है । कोई रोकने नही आता है 14 साल के बच्चे को वो लोग हमारे और आपके बीच से आते है । ये जो लोग लिंचिंग करते हैं, कत्ल करते है, ये कत्ल करने के बाद अपने घर जाते है तो क्या करते होंगे अपने साथ? कोई नए तरीके से हात धोते होंगे, कुछ दवा मिलाकर नहाते होंगे। क्या करते है, ये लोग की वापस आकर हमारे  बीच खाना खाते है। उठते- बैठते है। फिल्में भी देखते है। अगले दिन फिर किसीको पकड़ते है फिर कत्ल करते और नॉर्मल लाइफ जीते है। अपने घर में मोहब्बत भी कर रहे है। अपने बाप का पैर भी छू रहे है। मंदिर में पूजा भी कर रहे है। फिर बाहर आकर यही करते है।

आणखी वाचा- एल्गार परिषद : “शरजील उस्मानी विरोधात देशद्रोहाचा गुन्हा दाखल करा”

इसे इस तरिके से नॉर्मलाईज कर दिया है। आम बना दिया है के लिंचिंग हो रही है कोई बात नही। आज के पहले हिंदुस्थान मे मुसलमान को कत्तल करने के लिये वजह चाहिये होती थी।

ये इंडियन मुजाहिद्दीन से जुडा होगा। ये सीमी का मेंबर होगा। एक कहानी बनाई जाती थी। जायज करार दिया जाता था कत्तल करना, जुलुम करना, फिर मार दिया जाता था अभी वैसा नही चाहिये ।

आणखी वाचा- एल्गार परिषदेत प्रक्षोभक भाषण केल्याप्रकरणी शरजील उस्मानी विरोधात गुन्हा दाखल

अभी वजह नही चाहिये, गोश खा रहे थे। चिकन है, मटण है बीफ है कोई फरक नही पडता, मार देंगे। ट्रेन मे जा रहे हो, सीट मांगी तो मार देंगे। सीट दे रहे हो, तो मार देंगे। दो हजार के बछडे की चोरी मार देंगे। इंसान को मार देंगे।  ये जो नॉर्मलाईज किया गया है मुसलमान का कत्तल करना। ये जो हिंदुस्तान मे हमारी लडाई, किसीं मजहब, या किसीं नेता, या पार्टी के खिलाफ नही है। हमारी लडाई नफरत के खिलाफ है। वो नफरत जो कहती है के मुसलमान को मार दो। वो नफरत जो कहती है के। मुसलमान को बिल्डिंग मे फ्लॅट भाडे पर मत दो।