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Photos : “जनता भूखी हो तो सिंहासन भी खा लेती है”; धर्म, राजद्रोहापासून शिवसेनेतील बंडखोरीपर्यंत; राऊतांनी ट्वीट केलेले खास ३० शेर..

शिवसेना खासदार संजय राऊत त्यांच्या शेरोशायरी अंदाजात राजकीय भाष्य करण्यासाठी ओळखले जातात. त्यांच्या अशाच ३० शेरोशायरींचा आढावा.

Updated: July 17, 2022 15:28 IST
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  • शिवसेना खासदार संजय राऊत त्यांच्या शेरोशायरी अंदाजात राजकीय भाष्य करण्यासाठी ओळखले जातात. त्यांच्या अशाच ३० शेरोशायरींचा आढावा.
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    शिवसेना खासदार संजय राऊत त्यांच्या शेरोशायरी अंदाजात राजकीय भाष्य करण्यासाठी ओळखले जातात. त्यांच्या अशाच ३० शेरोशायरींचा आढावा.

  • 2/31

    १.
    उनकी मुस्कुराहट पर न जाना,
    दिया तो कब्र पर भी जल रहा है!!
    Wait and watch.

  • 3/31

    २.
    वो ही ‘गुरू’… ‘गुरूर’ भी वो ही!
    जय महाराष्ट्र!!

  • 4/31

    ३.
    अब नही कोई बात खतरे
    की,
    अब सभी को सभी से खतरा हैं..
    जौन एलिया.

  • 5/31

    ४.
    जनता भूखी हो तो सिंहासन भी खा लेती है।
    ~ कृष्णा ओझा

  • 6/31

    ५.
    जब “खोने”के लिए कुछ भी ना बचा हो तो “पाने” के लिए बहुत कुछ होता हैं!.
    जय महाराष्ट्र !.

  • 7/31

    ६.
    रुकने वाला वजह धूंडता हैं..
    और जाने वाले बहाने…
    राहत..

  • 8/31

    ७.
    शतरंज में वजीर और ज़िन्दगी में जमीर..
    अगर मर जाए तो समझो खेल खत्म..
    हमारा वजीर और जमीर अभी जिंदा है..
    हम बचेंगे भी और लढेंगे भी..
    जय महाराष्ट्र!

  • 9/31

    ८.
    जहालत
    एक किस्म की मौत हैं, और जाहील लोग चलती फिरती लाशें हैं

  • 10/31

    ९.
    झुठी शान के परिंदे ही
    ज्यादा फडफडाते हैं…!
    बाझ की उडान मे
    कभी आवाज नही होती..!!
    जय महाराष्ट्र..!!!

  • 11/31

    १०.
    उन्हे सफलतासे मारो
    और..
    मुस्कुराहट से दफना दो!
    जय महाराष्ट्र!!!

  • 12/31

    ११.
    मैं हिन्दुओं और मुसलमानों को बर्दाश्त कर सकता हूँ,
    लेकिन चोटीवालों और दाढीवालों को नहीं |
    चोटी हिंदुत्व नही हैं, दाढी इस्लाम नही हैं|
    काजी नजरल इस्लाम

  • 13/31

    १२.
    जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है,
    दूसरों के कंधों पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं।
    ~भगत सिंह

  • 14/31

    १३.
    अंधभक्त होने के लिए प्रचंड मूर्ख होना अनिवार्य शर्त है।
    ~ हरिशंकर परसाई

  • 15/31

    १४.
    बोलता आदमी जब चुप हो जाए
    तो समझिए कि
    इस व्यवस्था में एक
    तानाशाह का जन्म हो चुका है।
    श्रीप्रकाश शुक्ल

  • 16/31

    १५.
    लगता है फिरसे उतरना
    पडेगा मैदान में दुबारा:
    कूछ लोग भूल गये है..
    अंदाज हमारा!!!
    जय महाराष्ट्र!
    आज क्रांतिकारी दिवस!!

  • 17/31

    १६.
    पहले साहस मरता है फिर वीर ,
    पहले मन थकता है फिर शरीर ।
    ~ नीरज

  • 18/31

    १७.
    निकले हैं वो लोग हमारी शख्शियत बिगाड़ने जिनके खुद के किरदार मरम्मत मांग रहे हैं.

  • 19/31

    १८.
    ऐ चाँद तू किस मजहब का है…
    ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा।
    ~ मिर्ज़ा ग़ालिब

  • 20/31

    १९.
    मूर्खों की ताकत को कभी भी हल्के में मत लो, विशेष रूप से तब जब वो समूह में हों।
    जॉर्ज कॉर्लिन

  • 21/31

    २०.
    जहाँ संतुलन चौपट होता है,
    वहाँ जीवन पराजित हो जाता है।
    कुबेरनाथ राय

  • 22/31

    २१.
    जहाँ अंहकार है , वहाँ जय – जयकार नहीं है.!
    ~ आकाश चोपड़ा

  • 23/31

    २२.
    अगर किसी मुल्क को बर्बाद करना हो
    तो लोगों को धर्म के नाम पर लडा दिजिए,
    मुल्क अपने आप बर्बाद हो जाएगा |
    लियो टॉलस्टॉय

  • 24/31

    २३.
    धर्म अब वह दलाल है जो सीधे सत्ता के कोठे तक ले जाता है।
    नरेंद्र जैन

  • 25/31

    २४.
    पत्रकार को मच्छर के तरह होना चहिए जो सता में बैठे लोगों को हमेशा भनभना के तंग करते रहे।
    गैब्रियल गार्सिया मार्केज़

  • 26/31

    २५.
    आग लगानेवालो को कहा खबर,
    रुख हवाओं ने बदला, तो खाक वो भी होगे…

  • 27/31

    २६.
    ” तू इधर उधर की न बात कर,
    ये बता की काफिला कैसे लूटा?
    मुझे रहजनोसे गीला तो हैं,
    पर तेरी रहबरी का सवाल हैं..”

  • 28/31

    २७.
    मैं मानता हूं कि साँप तो डसेगा ही चाहे उसे साँप कहो या साँप जी।
    ~ क्रिस्टोफर नोलन

  • 29/31

    २८.
    दुसरों को खामखा बदनाम करनेवाले,
    अपने गिरेबान मे झाककर देख,
    तुमसे ‘मैला’ कोई नही इस दुनिया में |

  • 30/31

    २९.
    मैं सागर से भी गहरा हुँ,
    तुम कितने कंकड फेंकोगे |
    चुन चुन कर आगे बढुंगा मैं,
    तुम मुझको कब तक रोकोगे ||
    अपराजेय

  • 31/31

    ३०.
    जब घटियापन का राज हो
    तो श्रेष्ठता के स्वप्न देखना राजद्रोह हैं |
    मनोहर श्याम जोशी
    (सर्व छायाचित्र – संजय राऊत ट्विटर स्क्रिनशॉट)

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